Tuesday 31 January 2012

साधक किसे कहते हैं ? भाग -१

साधक किसे कहते हैं ?
प्रिय मित्रों इस लेख की शृंग्खला में साधक किसे कहते हैं उससे संबन्धित अपने कुछ अनुभव आपके साथ बाटुंगी | 
अभी कुछ दिन पहले मैं अलीगढ़ गयी थी | वहाँ एक हिंदुत्ववादी संगठन के माध्यम से कुछ भटके हुए लोगों का शुद्धिकरण कर को पुनः सनातनी बनाया गया | उस संस्था ने मुझसे कहा था अतिथि प्रवक्ता के रूप में आप आमंत्रित हैं और हम आपके आने जाने की टिकिट की व्यवस्था करेंगे | संस्था ने आतिथ्य के एक भी कर्तव्य नहीं निभाए परंतु हम तो साधक हैं और हमे धर्म कार्य करना है अतः इन बातों पर विशेष ध्यान नहीं देती | जिस साधक के माध्यम से मैं वहाँ गयी थी उनसे कहा की आप यदि टिकिट नहीं करवा सकते तो हम करवा लेंगे ! वे भी शायद असमंजस्य में थे अतः वे कहते रहे आपका टिकिट हो जाएगा | अंत में एक दिन पहले उन्होने किसी प्रकार मेरी टिकिट करवा दी | मैंने उस साधक को बताया था की मेरा स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहता मैं मात्र अपनी इच्छाशक्ति के बल पर भ्रमण करती हूँ अतः मात्र आने जाने में मुझे असुविधा न हो इतना ही मुझे आपसे अपेक्षित है | अलीगढ़ जाते समय मुझे अत्यधिक परेशानी हुई | आते समय भी उन्होने मेरे टिकिट का आरक्षण नहीं करवाया था , परंतु ईश्वर बड़े ही कृपालु हैं , एक नए साधक ने अपने परिचित के माध्यम से मुझे टिकिट दिलवा दिये | स्टेशन से निकलते समय भी वे अत्यधिक कम समय लेकर निकले और इस कारण भी स्टेशन हमे झटक कर (तेज चाल ) से पहुंचाना पड़ा | मैं अधिक चल फिर नहीं सकती और न ही सीढ़ी शीघ्रता से चढ़ सकती हूँ , अतः ट्रेन पकड़ने हेतु मुझे जल्द गति से चलने के कारण थकावट हो गया और सांस भी उखड़ने लगे | वे दोनों पति पत्नी हमारे साथ ही दिल्ली आ रहे थे | मैंने उन दोनों को उनके सारे चूक सुस्पष्टता से और कडक शब्दो में कहे !! नए साधक होते हुए भी उन्होने अपनी चूक मान्य की और कुछ दिनों पश्चात हमे संपर्क किया | जब हमने उनसे पूछा कि डांट पड़ी थी तो बुरा नहीं लगा क्या | उन्होने नम्रता से कहा, हमारी चूक थी अतः डांट पड्नी ही चाहिए थी और भविष्य में आपको कष्ट न हो इस हेतु हम अवश्य प्रयास करेंगे | इतना ही नहीं दोनों पति पत्नी ने अलीगढ़ में बड़े पैमाने पर प्रवचन रखवाने का नियोजन कर रहे हैं !!! और मुझे पता है उनका आयोजन अत्यधिक अच्छा होगा और अनेक लोग उससे लाभान्वित भी होंगे !
एक ऐसा ही दूसरा उदाहरण देती हूँ | एक स्त्री ने हमें शिमला बुलाया था | हम वहाँ एक दिन के लिए गए थे और अगले दिन हमे चंडीगढ़ आना था | मैंने उन्हें भी टिकिट के लिए कहा था उन्होने कहा था हम करवा देंगे | मैं अधिक देर बैठ नहीं सकती क्योंकि अनिष्ट शक्तियों से युद्ध करते करते हड्डियों में भी कष्ट होता है अतः उन्हे ट्रेन या स्लीपर बस या वह संभव नहीं तो हवाई जहाज की टिकिट करने के लिए कहा था और कह दिया था की पैसे आपको चाहिए तो हम अभी देते हैं या वहाँ आकार दे देंगे | उन्होने कहा था हम आपकी टिकिट करवा देंगे | मजे की बात है वे एक गुरु (जो देह में नहीं हैं) उनसे अनेक वर्ष से जुड़ी हैं परंतु साधकत्व न के बराबर है | जब वहाँ गयी तो पता चला की उन्होने टिकिट नहीं करवाया है और अब मुझे बस में बैठकर यात्रा करनी पड़ेगी | मैंने उनसे कहा की आपने हमे बताया नहीं कि आपने टिकिट नहीं करवाया है | यह बात संध्या छह बजे की होगी वे मुझे शिमला के कुछ मुख्य स्थान घुमाने ले गयी थी | उन्हे मेरी बात अच्छी नहीं लगी और घर आने के पश्चात कहने लगी की सुबह मुझे आठ बजे ही स्कूल जाना है (अर्थात आप सुबह आठ बजे से पहले हमारा घर छोड़ दें ) | मैं समझ गयी कि उनकी चूक स्वीकार नहीं हुआ | मैंने एक साधक से कहकर तुरंत ही अगले दिन की हवाई जाहज की टिकिट करवाई , उस साधक ने मेरे स्वास्थ्य की स्थिति निकट से देखी थी और वे आर्थिक रूप से सक्षम भी हैं | उस दिन मेरे मना करने पर भी उन्होने मुझे खूब पैदल चलाया, मैं बुरी तरह से थक गयी और आते ही निढाल हो सो गयी ( मेरी प्राणशक्ति साधारण मनुष्य की अपेक्षा 50% कम है ) | मैंने उनसे सुबह कहा था आपकी व्यक्तिगत प्रश्नों के उत्तर मैं रात्रिमें दूँगी | मुझे अगले दिन सुबह परोक्ष रूप से निकल जाने के लिए कहने के पश्चात भी वे मुझे रात्रि में उसी थकी हुई स्थिति में उठाकर अपने सारी प्रश्नों के हल पूछ ली , मैंने इसे हरी इच्छा मान अपने शारीरिक कष्ट सहते हुए सब सहजता से बता दिया अर्थात अपने स्वार्थ उन्होने सिद्ध कर ली !! 
मात्र संत के चित्र लगाकर पूजा करने से या ध्यान लगाने से हम साधक नहीं बनते साधक का अर्थ होता है जो दूसरों की परिस्थिति को समझ सके और अपने चूक को स्वीकार कर सके और जो साधना में उनसे तनिक भी आगे हों उनके प्रति थोड़ी श्रद्धा रख सके !

1 comment:

  1. Didi, why you do not judge people first? You trust people very easily that is why you suffer. Later you first please ask for ticket, confirm arrangement then agree and please do not travel without flight ticket. People who have money atleast can bear the cost.

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